BA Semester-1 Raksha Evam Strategic Study - Hindi book by - Saral Prshnottar Group - बीए सेमेस्टर-1 रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन - सरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-1 रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2022
पृष्ठ :250
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2635
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-1 रक्षा एवं सैन्य अध्ययन

प्रश्न- रासायनिक युद्ध किसे कहते हैं? विस्तार से उदाहरण सहित समझाइए।

उत्तर- 

परिभाषा "रासायनिक युद्ध का सम्बन्ध शत्रुता के उद्देश्यों से रासायनिक तत्वों के प्रयोग से है। युद्ध में घातक एवं विषैली गैसों, आग्नेय पदार्थों, धुआं- उत्पादक रसायनों एवं अन्त जहरीले पदार्थों को प्रयोग करने की कला रासायनिक युद्ध कहलाती है।" युद्धों में प्राचीनकाल से ही घातक व विषैले रासायनिकों का प्रयोग होता रहा है। 431 ई. पू. यूनान के स्पार्टा और एथेन्स के युद्ध में लकड़ी को डामर और गन्धक में मिलाकर जलाया था। इनके जलने से उत्पन्न गैसों से नगर के रक्षकों की दम घुटने से मौत हो गयी थी। भारत के प्राचीन ग्रन्थों में अनेक विषों, विष बुझे बाणों, औषधियों, वस्त्रों, विषाक्त भोजनों, विष कन्याओं एवं आग्नेय पदार्थों के निर्माण एवं प्रयोग का विस्तृत उल्लेख मिलता है।

आधुनिक युग में रासायनिक पदार्थों का प्रयोग प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान 22 अप्रैल, 1915 को जर्मनी ने बेल्जियम के वायप्रस नगर के बाहरी इलाके में फ्रांसीसी सेना के विरुद्ध प्रभावकारी ढंग से किया। एक अनुमान के मुताबिक प्रथम विश्वयुद्ध में रासायनिक पदार्थों के प्रयोग से लगभग आठ लाख से बारह लाख व्यक्ति प्रभावित हुए। द्वितीय विश्वयुद्ध में नर्व एवं सेरिन गैस जैसे घातक कारक प्रयोग में लाये गये। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद भी कई उदाहरण मिलते हैं जिसमें गैसों का प्रयोग हुआ है। विशेषकर वियतनाम युद्ध में अमेरिका ने 1965 से 1971 के मध्य बड़ी मात्रा में वृक्षारोधी रसायनों का प्रयोग करके 10 लाख हेक्टेयर फसल, बाग व जंगल नष्ट कर दिये थे। इसी युद्ध में विषाक्त गैसों से 2 लाख से अधिक व्यक्ति प्रभावित हुए।

संकल्पना एक और परमाणु हथियार बनाने की तकनीक बहुत उन्नत और खर्चीली है, तो दूसरी ओर रासायनिक हथियार बनाना अन्य उन्नत हथियारों की तुलना में उतना ही आसान  है। कोई भी राष्ट्र इन्हें अपने दवा निर्माण कारखानों की आड़ में बना सकता है। जाहिर है इसके ऊपर पूर्ण प्रतिबन्ध के सम्बन्ध में असली समस्या निगरानी की है। इस तरह की कोई एजेंसी बनाने के बावजूद उसे यह तय करना कठिन ही होगा कि कौन सा रासायनिक संयन्त्र शान्तिपूर्ण कार्य के लिए है और कौन सी कम्पनी या औद्योगिक इकाई हथियार बना रही है। प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान प्रयोग की गई मस्टर्ड गैस, कार्बन युक्त रसायनों सल्फर और क्लोरीन के साथ मिलकर बनायी गयी थी। इसमें होने वाली प्रतिक्रिया दवायें, कीटनाशक और प्लास्टिक बनाने जैसी ही होती है। मस्टर्ड गैस के प्रयोग से सैनिकों के शरीर पर बड़े-बड़े छाले पड़ गये तथा बहुतों की आँखों की रोशनी चली गई थी।

रासायनिक कारकों के गुण

विशेष गुणों के आधार पर ही किसी रसायन को युद्धोपयोगी कारक की संज्ञा दी जा सकती है। ऐसे रसायन जिनका उत्पादन लम्बे समय तक भण्डारण किया जा सके। प्रयोग में लाने के लिए सुरक्षित स्थानान्तरण तथा युद्ध क्षेत्र में आवश्यकतानुसार छितराया जा सके। जिनका शारीरिक अथवा मानसिक प्रभाव पड़ने से पहले शत्रु अनभिज्ञ रहे तथा शत्रु तत्काल अपनी रक्षा का प्रबन्ध न कर सके, परन्तु प्रयोगकर्ता राष्ट्र को जिन्हें रक्षा का उपाय मालूम हो।

रासायनिक आक्रमण के सामाजिक लाभ -

रासायनिक हथियारों का युद्ध के समय सामरिक रूप से निम्न लाभों के लिए प्रयोग किया जाता है

(1) खंदकों, खाइयों जैसे सुरक्षित एवं छिपे हुए लक्ष्यों तक गैस का आसानी से पहुँचना।

(2) शत्रु के भौतिक संसाधनों को बिना नष्ट किये उसे पराजित करना।

(3) शत्रु को आश्चर्यचकित करने, उसके मनोबल को तोड़ने, आतंक फैलाने, कार्यक्षमता कम करने तथा उसको आगे बढ़ने से रोकने में कारगर होता है।

(4) शत्रु के आक्रमण से बचने के लिए धूम्र आवरण प्रभावकारी होता है।

रासायनिक आक्रमण के उद्देश्य

युद्ध के दौरान रसायनों के तीन रूप प्रयोग में लाये जाते हैं। गैस, धूम्रकारक और आग लगाने वाले पदार्थ। इन तीनों रूपों के प्रयोग निम्नानुसार भिन्न उद्देश्य के लिए किए जाते हैं-

(1) गैस कारक जन हानि, शत्रु की गतिविधि को सीमित करना, उसके मनोबल, साहस, कार्यक्षमता को कम करना, आतंक फैलाना, शत्रु को आगे बढ़ने से रोकना, बगैर भौतिक नुकसान किये शत्रु का क्षेत्र जीतना।

(2) धूम्र कारक धूम्र आवरण बनाना, गैस मिलाकर शत्रु को जनहानि पहुँचाना, आगे बढ़ते शत्रु को रोकना, शत्रु से स्वयं की गतिविधियों को छुपाना।

(3) आग जलाऊ पदार्थ शत्रु के भौतिक संसाधनों को नष्ट करना, उसके खाद्य भण्डार, हथियार भण्डार, बैरक, संचार केन्द्र, यातायात केन्द्र आदि को जलाना या नष्ट करना। आधुनिक युद्ध में आग लगाऊ पदार्थो का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है। सैन्य उपयोगी आग जलाऊ रसायन प्रमुखतः निम्नलिखित हैं-

(i) फास्फोरस,
(ii) सोडियम,
(iii) थर्माइट,
(iv) पेट्रोलियम उत्पाद।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- स्त्रातेजी अथवा कूटयोजना (Strategy) का क्या अभिप्राय है? इसकी विभिन्न परिभाषाओं की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए।
  2. प्रश्न- स्त्रातेजी का उद्देश्य क्या है? स्त्रातेजी के उद्देश्यों की पूर्ति के लिये क्या उपाय किये जाते हैं?
  3. प्रश्न- स्त्रातेजी के सिद्धान्त की विवेचना कीजिए।
  4. प्रश्न- महान स्त्रातेजी पर एक लेख लिखिये तथा स्त्रातेजी एवं महान स्त्रातेजी में अन्तर स्पष्ट कीजिये।
  5. प्रश्न- युद्ध कौशलात्मक भूगोल से आप क्या समझते हैं? सैन्य दृष्टि से इसका अध्ययन क्यों आवश्यक है?
  6. प्रश्न- राष्ट्रीय नीति के साधन के रूप में युद्ध की उपयोगिता पर प्रकाश डालिये।
  7. प्रश्न- स्त्रातेजी का अर्थ तथा परिभाषा लिखिये।
  8. प्रश्न- स्त्रातेजिक गतिविधियाँ तथा चालें किसे कहते हैं तथा उनमें क्या अन्तर है?
  9. प्रश्न- महान स्त्रातेजी (Great Strategy) क्या है?
  10. प्रश्न- पैरालिसिस स्त्रातेजी पर प्रकाश डालिये।
  11. प्रश्न- युद्ध की परिभाषा दीजिए। इसकी विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
  12. प्रश्न- युद्धों के विकास पर एक विस्तृत लेख लिखिए।
  13. प्रश्न- युद्ध से आप क्या समझते है? युद्ध की विशेषताएँ बताते हुए इसकी सर्वव्यापकता पर प्रकाश डालिए।
  14. प्रश्न- युद्ध की चक्रक प्रक्रिया (Cycle of war) का उल्लेख कीजिए।
  15. प्रश्न- युद्ध और शान्ति में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
  16. प्रश्न- युद्ध से आप क्या समझते हैं?
  17. प्रश्न- वैदिककालीन सैन्य पद्धति एवं युद्धकला का वर्णन कीजिए।
  18. प्रश्न- राजदूतों के कर्तव्यों का विशेष उल्लेख करते हुए प्राचीन भारत की युद्ध कूटनीति पर एक निबन्ध लिखिये।
  19. प्रश्न- समय और कालानुकूल कुरुक्षेत्र के युद्ध की अपेक्षा रामायण का युद्ध तुलनात्मक रूप से सीमित व स्थानीय था। कुरुक्षेत्र के युद्ध को तुलनात्मक रूप में सम्पूर्ण और 'असीमित' रूप देने में राजनैतिक तथा सैन्य धारणाओं ने क्या सहयोग दिया? समीक्षा कीजिए।
  20. प्रश्न- वैदिक कालीन "दस राजाओं के युद्ध" का वर्णन कीजिये।
  21. प्रश्न- महाकाव्यों के काल में युद्धों के वास्तविक कारण क्या होते थे?
  22. प्रश्न- महाकाव्यों के काल में युद्ध के कौन-कौन से नियम होते थे?
  23. प्रश्न- महाकाव्यकालीन युद्ध के प्रकार एवं नियमों की विवेचना कीजिए।
  24. प्रश्न- वैदिक काल के रण वाद्य यन्त्रों के बारे में लिखिये।
  25. प्रश्न- पौराणिक काल में युद्धों के क्या कारण थे?
  26. प्रश्न- प्राचीन भारतीय सेना के युद्ध के नियमों को बताइये।
  27. प्रश्न- युद्ध के विभिन्न सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
  28. प्रश्न- युद्धों के सिद्धान्तों में प्रशासन (Administration) का क्या महत्व है?
  29. प्रश्न- नीति के साधन के रूप में युद्ध के प्रयोग पर सविस्तार एक लेख लिखिए।
  30. प्रश्न- राष्ट्रीय नीति के साधन के रूप में युद्ध की उपयोगिता पर प्रकाश डालिये।
  31. प्रश्न- राष्ट्रीय शक्ति के निर्माण में युद्ध की भूमिका पर प्रकाश डालिए।
  32. प्रश्न- अतीत को युद्धों की तुलना में वर्तमान समय में युद्धों की संख्या में कमी का क्या कारण है? प्रकाश डालिए।
  33. प्रश्न- आधुनिक युद्ध की प्रकृति और विशेषताओं की विस्तार से व्याख्या कीजिए।
  34. प्रश्न- आधुनिक युद्ध को परिभाषित कीजिए।
  35. प्रश्न- गुरिल्ला स्त्रातेजी पर माओत्से तुंग के सिद्धान्तों का उल्लेख करते हुए गुरिल्ला युद्ध के चरणों पर प्रकाश डालिए।
  36. प्रश्न- चे ग्वेरा के गुरिल्ला युद्ध सम्बन्धी विभिन्न विचारों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
  37. प्रश्न- गुरिल्ला युद्ध (छापामार युद्ध) के उद्देश्यों का वर्णन कीजिए तथा गुरिल्ला विरोधी अभियान पर प्रकाश डालिए।
  38. प्रश्न- प्रति विप्लवकारी (Counter Insurgency) युद्ध के तत्वों तथा अवस्थाओं पर प्रकाश डालिए।
  39. प्रश्न- चीन की कृषक क्रान्ति में छापामार युद्धकला की भूमिका पर अपने विचार लिखिए।
  40. प्रश्न- चे ग्वेरा ने किन तत्वों को छापामार सैन्य संक्रिया हेतु परिहार्य माना है?
  41. प्रश्न- छापामार युद्ध कर्म (Gurilla Warfare) में चे ग्वेरा के योगदान की विवेचना कीजिए।
  42. प्रश्न- गुरिल्ला युद्ध में प्रचार की भूमिका पर प्रकाश डालिए।
  43. प्रश्न- गुरिल्ला युद्ध कर्म की स्त्रातेजी और सामरिकी पर प्रकाश डालिये।
  44. प्रश्न- छापामार युद्ध को परिभाषित करते हुए इसके सम्बन्ध में चे ग्वेरा की विचारधारा का वर्णन कीजिए।
  45. प्रश्न- लेनिन की गुरिल्ला युद्ध-नीति की विवेचना कीजिए।
  46. प्रश्न- गुरिल्ला युद्ध क्या है?
  47. प्रश्न- मनोवैज्ञानिक युद्ध कर्म पर एक निबन्ध लिखिए।
  48. प्रश्न- आधुनिक युद्ध क्या है? 'आधुनिक युद्ध अन्ततः मनोवैज्ञानिक है' विस्तृत रूप से विवेचना कीजिए।
  49. प्रश्न- सैन्य मनोविज्ञान के बढ़ते प्रभाव क्षेत्र का वर्णन कीजिए।
  50. प्रश्न- मनोवैज्ञानिक युद्ध के कौन-कौन से हथियार हैं? व्याख्या कीजिए।
  51. प्रश्न- प्रचार को परिभाषित करते हुए इसके विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
  52. प्रश्न- अफवाह (Rumor) क्या है? युद्ध में इसके महत्व का उल्लेख करते हुए अफवाहों को नियंत्रित करने की विधियों का वर्णन कीजिए।
  53. प्रश्न- आतंक (Panic) से आप क्या समझते हैं? आंतंक पर नियंत्रण पाने की विधि का वर्णन कीजिए।
  54. प्रश्न- भय (Fear) क्या है? युद्ध के दौरान भय पर नियंत्रण रखने वाले विभिन्न उपायों का वर्णन कीजिए।
  55. प्रश्न- बुद्धि परिवर्तन (Brain Washing) क्या हैं? बुद्धि परिवर्तन की तकनीकों तथा इससे बचने के उपायों का उल्लेख कीजिए।
  56. प्रश्न- युद्धों के प्रकारों का उल्लेख करते हुए विशेष रूप से मनोवैज्ञानिक युद्ध का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
  57. प्रश्न- युद्ध की परिभाषा दीजिए। युद्ध के सामाजिक, राजनैतिक, सैन्य एवं मनोवैज्ञानिक कारणों की विवेचना कीजिए।
  58. प्रश्न- कूटनीतिक प्रचार (Strategic Propaganda ) एवं समस्तान्त्रिक प्रचार (Tactical Propaganda ) में अन्तर स्पष्ट कीजिये।
  59. प्रश्न- प्रचार एवं अफवाह में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
  60. प्रश्न- मनोवैज्ञानिक युद्ध की उपयोगिता बताइये।
  61. प्रश्न- युद्ध एक आर्थिक समस्या के रूप में विवेचना कीजिए।
  62. प्रश्न- आर्थिक युद्ध की परिभाषा दीजिए। आर्थिक युद्ध कर्म पर एक निबन्ध लिखिए।
  63. प्रश्न- आधुनिक युद्ध राजनीतिक सैनिक कारणों की अपेक्षा सामाजिक आर्थिक कारकों के कारण अधिक होते हैं। व्याख्या कीजिए।
  64. प्रश्न- आर्थिक क्षमता से आप क्या समझते हैं?
  65. प्रश्न- आधुनिक युद्ध में आर्थिक व्यवस्था का महत्व बताइये।
  66. प्रश्न- युद्ध को प्रभावित करने वाले तत्वों में से प्राकृतिक संसाधन पर प्रकाश डालिए।
  67. प्रश्न- युद्ध कौशलात्मक आर्थिक क्षमताएँ व दुर्बलताएँ बताइये।
  68. प्रश्न- युद्धोपरान्त उत्पन्न विभिन्न आर्थिक समस्याओं का विश्लेषण कीजिये
  69. प्रश्न- युद्ध की आर्थिक समस्यायें लिखिए?
  70. प्रश्न- युद्ध के आर्थिक साधन क्या हैं?
  71. प्रश्न- परमाणु भयादोहन के हेनरी किसिंजर के विचारों की व्याख्या कीजिये।
  72. प्रश्न- आणविक भयादोहन पर एक निबन्ध लिखिये।
  73. प्रश्न- परमाणु भयादोहन और रक्षा के सन्दर्भ में निम्नलिखित सैन्य विचारकों के विचार लिखिए। (i) आन्द्रे ब्यूफ्रे (Andre Beaufre), (ii) वाई. हरकाबी (Y. Harkabi), (iii) लिडिल हार्ट (Liddle Hart), (iv) हेनरी किसिंजर (Henery Kissinger) |
  74. प्रश्न- परमाणु युग में सशस्त्र सेनाओं की भूमिका की विस्तृत समीक्षा कीजिए।
  75. प्रश्न- मैक्यावली से परमाणु युग तक के विचारों एवं प्रचलनों की विवेचना कीजिए।
  76. प्रश्न- आणविक युग में युद्ध की आधुनिक स्रातेजी को कैसे प्रयोग किया जायेगा?
  77. प्रश्न- 123 समझौते पर विस्तार से लिखिए।
  78. प्रश्न- परमाणविक युद्ध की प्रकृति एवं विशिष्टताओं का वर्णन कीजिए।
  79. प्रश्न- आणविक शीत से आप क्या समझते हैं?
  80. प्रश्न- नाभिकीय तनाव को स्पष्ट कीजिए।
  81. प्रश्न- परमाणु बम का प्रथम बार प्रयोग कब और कहाँ हुआ?
  82. प्रश्न- हेनरी किसिंजर के नाभिकीय सिद्धान्त का मूल्यांकन कीजिए।
  83. प्रश्न- व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबन्ध सन्धि (C.T.B.T) से आप क्या समझते हैं?
  84. प्रश्न- हरकावी के नाभिकीय भय निवारण- सिद्धान्त का मूल्यांकन कीजिए।
  85. प्रश्न- आणविक युग पर प्रकाश डालिए।
  86. प्रश्न- हर्काबी के नाभिकीय युद्ध संक्रिया सम्बन्धी विचारों की समीक्षा कीजिए।
  87. प्रश्न- रासायनिक तथा जैविक अस्त्र क्या हैं? इनके प्रयोग से होने वाले प्रभावों की विवेचना कीजिए।
  88. प्रश्न- रासायनिक युद्ध किसे कहते हैं? विस्तार से उदाहरण सहित समझाइए।
  89. प्रश्न- विभिन्न प्रकार के रासायनिक हथियारों पर प्रकाश डालिए।
  90. प्रश्न- जैविक युद्ध पर एक निबन्ध लिखिए।
  91. प्रश्न- रासायनिक एवं जैविक युद्ध कर्म से बचाव हेतु तुलनात्मक अध्ययन कीजिए।
  92. प्रश्न- रासायनिक एवं जीवाणु युद्ध को समझाइये |
  93. प्रश्न- जनसंहारक अस्त्र (WMD) क्या है?
  94. प्रश्न- रासायनिक एवं जैविक युद्ध के प्रमुख आयामों पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।
  95. प्रश्न- विश्व में स्थापित विभिन्न उद्योगों में रासायनिक गैसों के उपयोग एवं दुष्प्रभाव परप्रकाश डालिए।
  96. प्रश्न- प्रमुख रासायनिक हथियारों के नाम एवं प्रभाव लिखिए।

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